आतंक

आधुनिकीकरण वरदान

या मुसीबतों की खान ?

वहशी हैं सिंह

या आधुनिक भगवान ?

हो जाता  जाता है इलाज

साँप के काटे का,

पर अर्थशास्त्री हों या अधिवक्ता

है कोई जवाब इनके चाँटे का ?

कैसे बचें हम

आधुनिक मानवों की इस होड़ से ?

आतंकित हैं दिशायें तक

इस चूहा दौड़ से ।