दुनियाँ

ये न शरमायेगी और न ये पछताएगी

ये दुनियाँ यो ही चले है चली जाएगी ।

अपने आँचल का खुद ख्याल रखना सखी

वरना हर युग मे यों ही छली जाएगी ।